अगर अब अंडमान घूमने जाना चाहते है तो आपको Netaji subhash chandra bose island के बारे में जरूरी बाते जान लेनी चाहिए।।।
Netaji subhash chandra bose island: नेताजी सुभाष चंद्र बोस द्वीप, जिसे पहले रॉस द्वीप के नाम से जाना जाता था, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह का एक द्वीप है। यह द्वीप भारत के सबसे पूर्वी बिंदु पर स्थित है और इसका नाम भारत के स्वतंत्रता संग्राम के महान नेता नेताजी सुभाष चंद्र बोस के नाम पर रखा गया है।
नेताजी सुभाष चंद्र बोस द्वीप की विशेषताएं:
- यह द्वीप अंडमान सागर में स्थित है और इसका क्षेत्रफल लगभग 1.3 वर्ग किलोमीटर है।
- यह द्वीप अपने प्राकृतिक सौंदर्य और ऐतिहासिक महत्व के लिए जाना जाता है।
- यहां पर कई प्रकार के वनस्पति और जीव-जन्तु पाए जाते हैं।
- यह द्वीप पर्यटन के लिए एक लोकप्रिय स्थल है और यहां पर कई पर्यटक आते हैं।
नेताजी सुभाष चंद्र बोस द्वीप का नाम बदलने का निर्णय 2018 में लिया गया था, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस द्वीप का दौरा किया था और तभी इसका नाम बदलकर रॉस आइलैंड से हटाकर नेताजी सुभाष चंद्र बोस द्वीप करने की घोषणा की थी।
नेताजी सुभाष चंद्र बोस का नाम रॉस द्वीप पर इसलिए रखा गया क्योंकि:
1. सुभाष चंद्र बोस भारत के स्वतंत्रता संग्राम के एक महान नेता थे, और उनकी विरासत को सम्मानित करने के लिए यह नाम रखा गया था।
2. सुभाष चंद्र बोस ने अंडमान और निकोबार द्वीप समूह को स्वतंत्र भारत का हिस्सा बनाने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
3. 1943 में सुभाष चंद्र बोस ने अंडमान द्वीप पर तिरंगा झंडा फहराया था और इसे स्वतंत्र भारत का हिस्सा घोषित किया था।
4. सुभाष चंद्र बोस की विरासत और उनके योगदान को सम्मानित करने के लिए भारत सरकार ने इस द्वीप का नाम बदलकर नेताजी सुभाष चंद्र बोस द्वीप करने का निर्णय लिया था।
इस तरह, नेताजी सुभाष चंद्र बोस द्वीप का नाम रखना एक श्रद्धांजलि है जो उनकी विरासत और उनके देश के लिए किए गए योगदान को सम्मानित करता है।
पोर्ट ब्लेयर से रॉस द्वीप तक पहुंचने के लिए, आप निम्नलिखित विकल्पों का उपयोग कर सकते हैं:
1. फेरी:
पोर्ट ब्लेयर से रॉस द्वीप तक फेरी सेवाएं उपलब्ध हैं। यह यात्रा लगभग 15-20 मिनट की होती है।
2. नौका किराए पर लें:
आप पोर्ट ब्लेयर से नौका किराए पर लेकर रॉस द्वीप तक जा सकते हैं।
3. टूर पैकेज:
आप पोर्ट ब्लेयर से रॉस द्वीप तक टूर पैकेज बुक कर सकते हैं, जिसमें परिवहन और गाइड की सुविधा शामिल हैं।
एक बार जब आप द्वीप पर पहुँच जाते हैं, तो आप टैक्सी, ऑटो रिक्शा या साइकिल किराए पर लेकर द्वीप का भ्रमण कर सकते हैं। आप द्वीप के प्राकृतिक सौंदर्य, ऐतिहासिक स्थलों और वन्य जीवन का आनंद ले सकते हैं
ध्यान रखें कि सुभाष चंद्र बोस द्वीप एक दूरदराज का द्वीप है, इसलिए यात्रा की योजना बनाने से पहले आपको आवश्यक व्यवस्थाएं करनी होंगी, जैसे कि आवास और भोजन की व्यवस्था।
नेताजी सुभाष चंद्र बोस द्वीप पर घूमने के लिए कुछ पर्यटन स्थल हैं:
1. कमिश्नर का निवास स्थान:
ब्रिटिश कमिश्नर का भव्य निवास जो अब खंडहर में है।
2. पुराना चर्च:
19वीं सदी में बना एक सुंदर चर्च जो अब खंडहर बन चुका है।
3. अस्पताल:
एक ऐतिहासिक अस्पताल भवन जो ब्रिटिश युग की चिकित्सा सुविधाओं को प्रदर्शित करता है।
4. बेकरी:
एक संरक्षित बेकरी भवन जिसमें अभी भी मूल भट्टियाँ हैं।
5. प्रिंटिंग प्रेस:
एक ऐतिहासिक प्रिंटिंग प्रेस भवन जहाँ ब्रिटिश सरकार अपने आधिकारिक दस्तावेज़ छापती थी।
6. कब्रिस्तान:
एक कब्रिस्तान जहाँ ब्रिटिश अधिकारी और सैनिक दफनाए गए थे।
7. लाइटहाउस:
एक ऐतिहासिक लाइटहाउस जो जहाजों को द्वीप तक मार्गदर्शन करता था।
8. संग्रहालय:
एक संग्रहालय जो रॉस द्वीप और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के इतिहास को प्रदर्शित करता है।
9. समुद्र तट:
एक सुंदर समुद्र तट जहाँ आप आराम कर सकते हैं और मनोरम दृश्यों का आनंद ले सकते हैं।
10. वन्यजीव:
रॉस द्वीप में विभिन्न प्रकार के वन्यजीव हैं, जिनमें हिरण, मोर और पक्षी शामिल हैं।
याद रखें कि अपनी यात्रा का अधिकतम लाभ उठाने के लिए एक गाइडेड टूर लें!
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