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हिंदी दिवस 14 सितंबर को क्यू मनाया जाता हैं? जानें हिंदी दिवस का उद्देश और महत्व।।।

Hindi Diwas 


Hindi Diwas: भारत, एक विविधता से भरा देश, जहां विभिन्न भाषाएं और संस्कृतियां एक साथ मिलती हैं। इनमें से एक भाषा हिंदी है, जो भारत की राजभाषा होने के साथ-साथ विश्व की एक प्रमुख भाषा भी है। प्रत्येक वर्ष 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाता है, जिस दिन हिंदी को राजभाषा के रूप में अपनाने की घोषणा की गई थी।

                           सभी भारतीय भाषाएँ हमारी शक्ति हैं और देश के इतिहास और संस्कृति को गति देने की मजबूत माध्यम हैं। इस वर्ष राजभाषा के रूप में हिंदी के 75 वर्ष पूरे हो रहे हैं। हिंदी सभी भारतीय भाषाओं को साथ लेकर हमारी विरासतों को आगे बढ़ाने में मदद करती हैं।


हिंदी दिवस का महत्व:

1. हिंदी को राजभाषा के रूप में मान्यता: 

14 सितंबर 1949 को संविधान सभा ने हिंदी को राजभाषा के रूप में अपनाने का निर्णय लिया था।


2. हिंदी के महत्व को बढ़ावा: 

हिंदी दिवस हिंदी के महत्व को बढ़ावा देने और हिंदी भाषा को प्रोत्साहित करने के लिए मनाया जाता है।


3. हिंदी साहित्य और संस्कृति को प्रोत्साहित करना: 

हिंदी दिवस हिंदी साहित्य और संस्कृति को प्रोत्साहित करने और उनके महत्व को बढ़ावा देने के लिए मनाया जाता है।


हिंदी दिवस का उद्देश्य

हिंदी दिवस का उद्देश्य हिंदी भाषा को प्रोत्साहित करना, हिंदी साहित्य और संस्कृति को बढ़ावा देना, और हिंदी के महत्व को बढ़ावा देना है। यह दिवस हिंदी भाषा के प्रति जागरूकता बढ़ाने और हिंदी को विश्वभर में प्रसारित करने के लिए मनाया जाता है।


हिंदी की शक्ति

हिंदी भाषा में शक्ति है, जो देश को एकता के सूत्र में बांधती है। हिंदी भाषा के माध्यम से देश की संस्कृति, सभ्यता, और एकता को विश्वभर में प्रदर्शित किया जा सकता है। हिंदी भाषा के माध्यम से देश की विविधता को एकता में बदला जा सकता है।


हिंदी दिवस पर आयोजित कार्यक्रम:

1. हिंदी कविता पाठ और संगोष्ठी

2. _हिंदी निबंध और भाषण प्रतियोगिता

3. हिंदी साहित्य और संस्कृति पर चर्चा

4. हिंदी भाषा के महत्व पर जागरूकता अभियान


निष्कर्ष

हिंदी दिवस एक महत्वपूर्ण दिवस है, जो हिंदी भाषा के महत्व को बढ़ावा देता है। हमें हिंदी भाषा को प्रोत्साहित करने और हिंदी साहित्य और संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए काम करना चाहिए। हिंदी भाषा के माध्यम से देश की एकता और संस्कृति को विश्वभर में प्रदर्शित किया जा सकता है।इस वर्ष राजभाषा के रूप में हिंदी के 75 वर्ष पूरे हो रहे हैं। हिंदी सभी भारतीय भाषाओं को साथ लेकर हमारी विरासतों को आगे बढ़ाने में मदद करती हैं।





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